[1]
राज बहादुर पुष्कर, “बुजुर्ग पीढ़ी और बदलते सामाजिक प्रतिमान: एक समाजशास्त्रीय विमर्श”, ADJM, vol. 25, no. 6, pp. 21–31, Oct. 2023.