जैन आगम साहित्य: शिक्षा, समाज, और अर्थव्यवस्था का अध्ययन

Authors

  • रंजीत कुमार सिंह डॉ. कुमार शिव शंकर

Abstract

 

 

"जैन आगम साहित्य: शिक्षा, समाज, और अर्थव्यवस्था" के अध्ययन में समय के साथ, यह उदाहरणात्मक साहित्य न केवल जैन धर्म के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को प्रस्तुत करता है, बल्कि इसके माध्यम से शिक्षा, समाज, और अर्थव्यवस्था के भी महत्वपूर्ण पहलुओं का भी अध्ययन किया जा सकता है। यहां जैन आगम साहित्य में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है, जिसमें अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, और अनेक अन्य उपदेश हैं जो समाज के नेतृत्व एवं नागरिकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।सामाजिक दृष्टिकोण से भी, जैन आगम साहित्य में समाज के विविध पहलुओं का विवेचन किया गया है। यहां जैन समाज

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Published

2000-2024

How to Cite

रंजीत कुमार सिंह डॉ. कुमार शिव शंकर. (2024). जैन आगम साहित्य: शिक्षा, समाज, और अर्थव्यवस्था का अध्ययन. African Diaspora Journal of Mathematics ISSN: 1539-854X, Multidisciplinary UGC CARE GROUP I, 25(5), 112–121. Retrieved from https://newjournalzone.in/index.php/ijmfsmr/article/view/181

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