धर्म और वैश्वीकरण मध्य पूर्व क्षेत्र में सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में एक अध्ययन

Authors

  • डॉ. सुभाष चंद्र शास्त्री

Abstract

मध्य पूर्व क्षेत्र ने धर्म और वैश्वीकरण के मामूलिक रूपों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे यह क्षेत्र सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो गया है। सांस्कृतिक दृष्टिकोण से, यहां के प्राचीन सभ्यताएँ जैसे कि मेसोपोटामिया, बाबिलोन और पर्षिया ने विविधता से भरपूर सांस्कृतिक धरोहर बनाया। धार्मिक दृष्टिकोण से, यहां के धर्मों जैसे कि यहूदीय और इस्लाम ने समाज और राजनीति के साथ गहरा संबंध बनाया। राजनीतिक दृष्टिकोण से, मध्य पूर्व क्षेत्र ने अस्सीरियन, बाबिलोनियन, पर्षियन और ग्रीक साम्राज्यों के आगमन और पतन का सामना किया। विदेशी आक्रमण के परिणामस्वरूप हेलेनिस्टिक साम्राज्यों की स्थापना हुई, जो धर्म, संस्कृति और राजनीति में परिवर्तन लाए। वैश्वीकरण के परिणामस्वरूप, मध्य पूर्व क्षेत्र ने पेट्रोलियम संसाधनों की मौजूदगी के कारण आर्थिक और सामर्थ्य संघर्षों को अपने साथ लाया। इससे क्षेत्र में विपरिणामकारी रूप से राजनीतिक और सामर्थ्य समर्थन की दिशा में घटनाएँ घटीं। समर्थन की दिशा में घटित घटनाओं और सांस्कृतिक परंपराओं के साथ, मध्य पूर्व क्षेत्र ने धर्म और वैश्वीकरण के संघर्ष से निर्मित एक विशेष सांस्कृतिक और राजनीतिक पहचान बनाई है।

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Published

2000-2024

How to Cite

डॉ. सुभाष चंद्र शास्त्री. (2024). धर्म और वैश्वीकरण मध्य पूर्व क्षेत्र में सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में एक अध्ययन. African Diaspora Journal of Mathematics ISSN: 1539-854X, Multidisciplinary UGC CARE GROUP I, 24(6), 156–167. Retrieved from https://newjournalzone.in/index.php/ijmfsmr/article/view/174

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